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11/05/2024

DakTimesNews

Sach Ka Saathi

कॉपीराइट एक्ट क्या है ?और क्या है इसपर कानून?

1 min read

भारत में कॉपीराइट की शुरुआत भारतीय कॉपीराइट ऐक्ट-1914 से हुई, जो उस समय इंग्लैंड में प्रचलित अंग्रेजी कानून कॉपीराइट ऐक्ट 1911 में मामूली हेर-फेर के साथ बनाया गया था। आजादी के बाद देश में कॉपीराइट पर एक संपूर्ण और स्वतंत्र कानून की जरूरत महसूस की जाने लगी।ब्रॉडकास्टिंग और लिथो फोटोग्राफी जैसे नए, आधुनिक संचार माध्यमों और भारत सरकार द्वारा संसद ने कॉपीराइट ऐक्ट, 1957 पास किया, जो वक्त-वक्त पर बदलते हुए हालात में संशोधित किया जाता रहा। कॉपीराइट किसी भी रचना के तैयार हो जाने पर या प्रथम प्रकाशन के साथ ही शुरू हो जाता है। इसके रजिस्ट्रेशन की कोई जरूरत नहीं है लेकिन इसके सबूत के लिए कि किसी विशेष रचना पर किस शख्स का कॉपीराइट है, कॉपीराइट के रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था है। इसका देश में एक मात्र कार्यालय नई दिल्ली में है।

क्या है कॉपीराइट उल्लंघन?

अगर कोई शख्स कॉपीराइट के स्वामी की इजाजत के बिना या कॉपीराइट पंजीयक से लाइसेंस प्राप्त किए बिना रचना का इस्तेमाल करता है या लाइसेंस की शर्तों का उल्लंघन करता है या वह उस रचना की उल्लंघनकारी प्रतियां बेचने के लिए बनाता है, या भाड़े पर लेता है, या व्यवसाय के लिए प्रदर्शित करता है या बेचने या भाड़े पर देने का प्रस्ताव करता है, या व्यवसाय के लिए या इस हद तक वितरित करता है, जिससे कॉपीराइट का स्वामी प्रतिकूल रुप से प्रभावित हो, या व्यावसायिक रुप से सार्वजनिक रुप से प्रदर्शित करता है तो यह उस रचना में कॉपीराइट का उल्लंघन है।

ऐसी है सजा

कॉपीराइट के उल्लंघन से संबंधित मामलों में उसे रोकने के लिए Injunction प्राप्त करने, क्षतिपूर्ति प्राप्त करने, हिसाब-किताब मांगने आदि कई उद्देश्यों जैसे कई मकसदों के लिए दीवानी वाद पेश किए जा सकते हैं। इसी तरह कॉपीराइट के अनेक प्रकार के उल्लंघनों को अपराध बनाया गया है। आरोप साबित हो जाने पर अभियुक्त को जुर्माने से लेकर तीन साल तक के कारावास की सजा दी जा सकती है।

यह नहीं है उल्लंघन

कॉपीराइट ऐक्ट Creations के स्वामी के अलावा दूसरे शख्सों द्वारा किए जा रहे Uncontrolled इस्तेमाल को सीमित करने के लिए अस्तित्व में आया था। लेकिन इससे शिक्षा, ज्ञान और कला के प्रसार को बाधा पहुंचने का खतरा भी कम नहीं था। इस वजह से रचनाओं के कुछ उपयोग ऐसे भी निर्धारित किए गए, जिन्हें कॉपीराइट का उल्लंघन नहीं माना गया। कंप्यूटर प्रोग्राम के अलावा साहित्यिक, नाटकीय, संगीतीय या कलात्मक रचनाओं का व्यक्तिगत या रिसर्च में उपयोग, रचना की आलोचना एवं समीक्षा करने के लिए किया गया उचित-व्यवहार कॉपीराइट का उल्लंघन नहीं है। किसी समाचार-पत्र, पत्रिका या फिल्म या चित्रों में ब्राडकास्टिंग हेतु किया गया समुचित उपयोग भी कॉपीराइट का उल्लंघन नहीं है।

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