सामाजिक न्याय के अनन्य योद्धा थे कर्पूरी ठाकुर – रज्जू खान
1 min readसन्दीप मिश्रा
रायबरेली। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया ने जिला कार्यालय कहारों के अड्डे पर जननायक कर्पूरी ठाकुर का जन्मदिन बड़े धूमधाम से मनाया गया जिला अध्यक्ष आफताब अहमद रज्जू खान ने कहा जननायक कर्पूरी ठाकुर भारत के स्वतंत्रता सेनानी शिक्षक राजनीतिक तथा बिहार राज्य के दूसरे उपमुख्यमंत्री और दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं लोकप्रियता के कारण इन्हें जननायक कहा जाता था इनका जन्म 24 जनवरी 1924 में समस्तीपुर जिले के 1 गांव पितौझिया में हुआ था इसे अब करपुरीग्राम कहा जाता है यह नाई जात के थे जननायक जी के पिताजी का नाम श्री गोकुल ठाकुर तथा माता जी का नाम श्रीमती रामदुलारी देवी था इनके पिता गांव के सीमांत किसान थे तथा अपने पारंपरिक पेशा नाई का काम करते थे भारत छोड़ो आंदोलन के समय इन्होंने 26 महीने जेल में बिताए थे वह 22 दिसंबर 1970 से 2 जून 1971 तक तथा 24 जून 1977 से 21 अप्रैल 1989 के दौरान दो बार बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके थे कर्पूरी ठाकुर की पत्नी का नाम कुलेश्वरी देवी था 1970 में 163 दिनों के कार्यकाल वाली कर्पूरी ठाकुर की पहली सरकार ने कई ऐतिहासिक फैसले लिए आठवीं तक की शिक्षा मुक्त कर दी गई थी उर्दू को दूसरी भाषा का दर्जा दिया गया सरकार ने 5 एकड़ जमीन षपर मालगुजारी खत्म कर दी जब 1970 में वह दोबारा मुख्यमंत्री बने तो sc-st के अलावा ओबीसी के लिए आरक्षण लागू करने वाला देश का पहला बना कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला अध्यक्ष महिला सभा मंसूरी जिला अध्यक्ष की जनसभा राजदेव यादव जिला अध्यक्ष अल्पसंख्यक सभा अर्शी खान जिला सचिव राघवेंद्र यादव जिला महासचिव जनसभा शैलेंद्र यादव मीना सोनकर दुर्गा सैनी मोनू कुरैशी इकरार खान धीरेंद्र यादव अजय यादव राजेश यादव आदि लोग मौजूद रहे।