एक व्यक्ति भी घर से बाहर निकला तो समझो सुरक्षा चक्र टूट गया
1 min readरायबरेली
सन्दीप मिश्रा
उत्तर प्रदेश । एक भी व्यक्ति छूट गया तो समझो सुरक्षा चक्र टूट गया ।कुछ इसी तर्ज पर भारत सरकार ने पूरे देश में करोना वायरस से बचाव के लिए लॉक डाउन किया है। लेकिन इसके पहले ही दिन इस आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए लोग दिखाई दिए ।सरकारी प्रतिष्ठान से लेकर सड़कों पर सन्नाटा दिखाई दिया। प्रतिष्ठानों पर ताले लटके हुए दिखाई दिए परंतु सड़कों पर आवागमन लगातार जारी रहा । ट्रेन बस ऑटो टेंपो एवं तमाम आवागमन के संसाधन ठप थे लेकिन लोगों ने सड़कों पर निकलकर इस लॉक डाउन को त्यौहार की भांति निभाया। जबकि सरकार की मंशा यह थी कि लोग पूर्ण रूप से घरों में रहे क्योंकि सरकार जानती है कि 10 में से नौ व्यक्ति के घर में रहने और एक व्यक्ति के बाहर घूमने से यदि उस व्यक्ति को वायरस ने अपने प्रभाव में ले लिया तो 9 व्यक्तियों के घरों में रहने का कोई औचित्य नहीं रह जायेगा। बल्कि वह सब भी संक्रमण के शिकार हो जाएंगे। जो 9 लोग घरों में कैद थे। लेकिन रविवार को हुए जनता कर्फ्यू में भारी चूक के बाद भी लोगों ने इसे भी हल्के में लिया। कहने को तो आज 21 दिन के लाक डाउन का पहला दिन था। परंतु जिस तरह से सरकार लोगों को घरों में रहने के लिए अनुरोध कर रही है। उसका असर दिखाई नहीं दिया जिससे साफ जाहिर है कि आने वाले समय में सरकार को लोगों को घरों में कैद करने के लिए और भी सख्त कदम उठाने पड़ेंगे । लेकिन इस महामारी में सड़कों से लाशें उठाने से अच्छा है कि साहब लोग हाथों में डंडा उठा ले क्योंकि जब घरों में रहेगा इंडिया तभी इस महामारी से बचेगा इंडिया।