पेट्रोल पंप के मैनेजर से ₹8 लाख 20 हजार की लूट करने वाले लुटेरों को ग्रामीणों ने पकड़कर किया पुलिस के हवाले
1 min readसन्दीप मिश्रा
रायबरेली। यूको बैंक की महराजगंज शाखा में पैसा जमा करने जा रहे पेट्रोल पंप मैनेजर से सोमवार की दोपहर बाइक सवार लुटेरों ने असलहे के बल पर आठ लाख बीस हजार रुपये लूट लिए। हालांकि कुछ दूर जाने पर लुटेरों की बाइक अनियंत्रित होकर खाई में पलट गई जिससे लुटेरों को हल्की फुल्की चोटे भी आई और उन्हें पैदल भागना पड़ा। जिन्हें ग्रामीणों ने पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। मौके पर पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार सहित अपर पुलिस अधीक्षक तथा पुलिस की कई टीमें पहुंची और दोनों लुटेरों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
आपको बता दें कि, रायबरेली के महराजगंज थाना क्षेत्र के कुसढ़ीसागरपुर गांव स्तिथ मां वैष्णो पेट्रोल पंप के मैनेजर दिनेश कुमार अपने एक साथी के साथ सोमवार की दोपहर पंप का 8 लाख 20 हज़ार रुपया यूको बैंक की शाखा महराजगंज में जमा करने जा रहे थे। वह कुछ ही दूर पहुंचा थे कि, कुबना नैय्या नाले के पास जंगल के समीप एक बाइक सवार दो लुटेरों ने उन्हें तमंचा दिखाकर रोक लिया और रुपये से भरा बैग लूटकर आराम से फरार हो गए। हालांकि लुटेरे कुछ ही दूर पहुंचे थे कि, उनकी बाइक अनियंत्रित होकर खंती में पलट गई और वह उसे वहीं छोड़कर भागने लगे। इस बीच घटना की जानकारी आसपास के लोगो को भी हो चुकी थी। जिसका फायदा यह हुआ कि, ग्रामीणों ने दोनो बदमाशों को नारायणपुर और मोन गांव के पास धर दबोचा और दोनों बदमाशों को पुलिस के हवाले कर दिया है। पुलिस हिरासत में लेकर दोनों से पूछताछ में जुटी हुई है। पकड़े गए बदमाशों में एक अखिलेश और दूसरा शकील है, जो रायबरेली और ऊँचाहार थाना क्षेत्र के निवासी बताए जा रहे हैं ।
*गलत को स्वीकारा गया, सही को नकारा गया*
बेखौफ बदमाशो ने जिस तरह से दिन दहाड़े इतनी बड़ी घटना को अंजाम देकर कोतवाली पुलिस को चुनौती दी थी इससे स्थानीय पुलिस पर भी सवालिया निशान लगना वाजिब है। विगत कई दिनों से अन्य लुटेरे क्षेत्र में सक्रिय भूमिका में थे और विगत दो दिन पूर्व कस्बे कि एक दुकान से 5500 सौ रुपए और दो फोन लेकर फरार हो गए। वहीं महराजगंज रायबरेली रोड पर स्थित श्री हनुमान गढ़ी के पास एक सर्राफा व्यवसाई से विगत 3 दिन पूर्व लुटेरों द्वारा लूट का प्रयास किया गया परंतु व्यवसाई द्वारा चीख-पुकार करने पर आसपास के ग्रामीण दौड़ पड़े थे जिससे लुटेरे अपने मकसद में कामयाब नहीं हो सके । इतने पर भी कोतवाली पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी थी और उसी का खामियाजा रहा की लुटेरों द्वारा दिनदहाड़े इतनी बड़ी घटना को अंजाम दे दिया गया। गलीमत रही की लुटेरों द्वारा लूट की इतनी बड़ी घटना को अंजाम देने के बाद जब मोटर साइकिल से भाग रहे थे तभी मोटरसाइकिल अनियंत्रित होकर कुबना गांव के पास खतीं में पलट कर क्षतिग्रस्त हो गई और लुटेरे चोटहिल हो गए और मोटर साइकिल छोड़ कर भागने लगे। धीरे धीरे घटना आग की तरह फैल चुकी थी लुटेरे जब भागकर ग्रामीण एरिया नरायन पुर मोन पहुंचे जहां ग्रामीणों को शक हुआ तो उन्हें दबोच लिया गया और पुलिस को सूचना दी गई। ऐसे में सही मायने में प्रशंसा व सम्मान के पात्र वो ग्रामीण थे और है, पर ये कलयुग है, साहब यहां सही को नकारा जाता है और गलत को स्वीकारा जाता है और ऐसा ही किया गया लापरवाह थानेदार की ही प्रशंसा और सम्मान देने की बात कही गई जिनका खौफ लुटेरों को बिल्कुल नहीं था।