जिस नाली के विवाद में बरगदवा माधोपुर में एक अल्पसंख्यक व्यक्ति की चली गई थी जान, उस नाली निर्माण में भी ग्राम प्रधान पति राजेश पांडेय ने कर दी घपलेबाजी….
1 min readमहराजगंज/घुघली/बरगदवा माधोपुर
ब्यूरो चीफ महराजगंज
Adv.भानु प्रताप तिवारी की रिपोर्ट
महराजगंज (घुघली) जिस नाली को लेकर हुई मारपीट में एक व्यक्ति की जान चली गई और उसकी हत्या के आरोप 6 लोगों के ऊपर लगे हैं उसके बाद भी उस जल निकासी की समस्या का कोई निदान नहीं हो। ऐसा तो नही ही हो सकता है। वो भी उस जगह जहां से मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश का गृह जनपद की सीमाएं जुड़ी हो हम बात कर रहे है गोरखपुर से सटे महराजगंज जनपद की और ग्राम पंचायत बरगदवा माधोपुर घुघली ब्लॉक अंतर्गत ग्राम सभा की जहां व्यवस्थित तरीके से जल निकासी के लिए नाली निर्माण कराया गया था। नाली का अधिकांश हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है, जिसकारण हैंडपंपों व घरों से निकलने वाला पानी सड़क पर बह रहा है। नाली निर्माण के बाद एक भी बार उसकी न तो सफाई कराई गई और न ही मरम्मत कराया गया था। यही कारण है कि नाली का अधिकांश हिस्सा टूट गया है। ग्रामीणों द्वारा सरपंच, सचिव से कई बार आग्रह भी किया गया , लेकिन दोनों ने ध्यान नहीं दिया। सड़क पर बह रहे गंदे पानी से होकर लोगों को आना जाना पड़ रहा है। कोरोनावायरस संक्रमण काल के दौरान भी साफ-सफाई नजर नहीं आती। महामारी में गांव का परिवेश भी दूषित हो रहा है। केंद्र और प्रदेश सरकार ग्रामीण स्वच्छता के लिए तमाम योजनाएं चला रही हैं और उन सभी योजनाओं के बावजूद बरगदवा माधोपुर ग्राम पंचायत में सड़क पर बहते पानी से ग्रामीण असंतुष्ट हैं और ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग कर रहे है, जिससे साफ-सफाई बनी रहे।
आपको बताते चलें कि इसी नाली के विवाद में दो पक्षों में मारपीट हुई थी जो पाइप लगाने के लिए हुआ था, ग्राम सभा बरगदवा माधोपुर में जल निकासी के लिए पाइप लगाने को लेकर दो पक्षों में मारपीट हो गई। दोनों तरफ से जमकर ईंट व पत्थर चले, जिसमें कई लोगों को हल्की चोट भी लगी। वहीं गंभीर रूप से घायल एक व्यक्ति की मेडिकल कालेज में शुक्रवार की रात को मौत हो गई। मृतक की पत्नी की तहरीर पर पुलिस ने छह लोगों के विरुद्ध हत्या सहित अन्य धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया है। बरगदवा माधोपुर ग्राम सभा में विकास कार्यों को लेकर अनियमितताओं का यह कोई पहला मामला नहीं है बल्कि साफ तौर पर कहा जा सकता है कि विकास के नाम पर केवल और केवल सरकारी धन की लूट ग्राम प्रधान और उनके समर्थकों द्वारा की गई है आपको बताते चलें कि ग्राम सभा बरगदवा माधोपुर में वित्तीय वर्ष के कई सारे अनियमितता है जो 2015 से प्रधानी के कार्यकाल के आरम्भ से ही और दिनाँक 25/12/2021 को प्रधानी का बस्ता रखा गया यानी ये भी कह सकते है कि प्रधानी खत्म होने के बाद भी ग्राम प्रधान पति राजेश पाण्डेय के द्वारा तमाम किए गए वादों को पूरा नहीं किया गया यहां तक कि ग्रामीणों की लगातार मांग के बाद भी मूलभूत समस्याओं को दूर करने की पहल नहीं की गई जैसे तिवारी टोला पर स्थित पोखरी सुंदरीकरण, इंटलॉकिंग कार्य, नाली निर्माण ,बच्चो के खेल मैदान नहीं है । ग्राम प्रधान राजेश पांडे का वर्चस्व या दबंगई ही कहेगी जाएगी की उन्होंने ग्राम सभा की तमाम नालियों के निर्माण में घटिया किस्म के ईट का इस्तेमाल किया और अपने समर्थक ठेकेदारों को उनका भुगतान करवाने में सहयोग भी प्रदान किया यही नहीं ग्राम सभा के इंटरलॉकिंग के कार्यों में नाबालिक बच्चों का इस्तेमाल किया जा रहा है जो पूर्व प्रधान पति की मेहरबानी है जबकि ग्राम सभा में सामुदायिक शौचालय का निर्माण किया गया परंतु उस पर हमेशा ताला ही लटका मिलता है ग्राम प्रधान पति का वर्चस्व इस कदर है कि एक तरफ चुनाव की तिथि नजदीक आते ही पंचायत सदस्यों के समस्त अधिकार छीन लिए गए हैं परंतु उक्त प्रधान पति का आज भी ग्राम सभा में ठेकेदारी चालू है।