अमेठी में दलित प्रधान पति को जिंदा जलाए जाने की घटना से रायबरेली के दलितों में भी आक्रोश
1 min readरिपोर्ट-सन्दीप मिश्रा
उत्तर प्रदेश । वीरांगना झलकारी बाई कल्याण एवं विकास परिषद द्वारा आज रायबरेली जिला अधिकारी को अमेठी के बंदोंईया दलित महिला ग्राम प्रधान को जिंदा जलाकर हत्या करने वाले दबंगों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग को लेकर एक ज्ञापन सौंपा है । जिसमें अध्यक्ष राम सजीवन ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बिगड़ती हुई कानून व्यवस्था में दलित समाज के लोगों के ऊपर उत्पीड़न को रोकने के लिए कड़े कानूनों के प्रावधान कर रही है। वही उत्तर प्रदेश में सामंत वादियों द्वारा प्रदेश के विभिन्न जनपदों में दलित वर्गों पर अत्याचार हत्या और अपनी दबंगई के बल पर जमीनों को हथियाने और दलितों की बहन बेटियों के साथ गैंगरेप कर हत्या का उत्पीड़न बढ़ता जा रहा है । प्रदेश के कई पुलिस थानों में कोई सुनवाई ना होने के कारण किसान मजदूरों दलितों में भय व रोष व्याप्त है। इसी क्रम में हाल ही में 29 अक्टूबर 2020 की रात को मुंशीगंज अमेठी के बन्दोईया निवासी व दलित समाज की महिला प्रधान पति अर्जुन प्रसाद कोरी को वही के दबंगों एवं सामंतवादी द्वारा अपहरण कर जिंदा जला कर हत्या किए जाने से पूरे गांव में दहशत का माहौल है । यह घटना मानवता पर कलंक है। विकास परिषद के प्रदेश अध्यक्ष राजीव कुरील ने कहा कि इस हत्याकांड से प्रदेश और रायबरेली जनपद का दलित समाज आक्रोशित है। इस जघन्य अपराधों से कानून व्यवस्था पर भय मुक्त प्रशासन के दावे की पोल खुल रही है। उन्होंने कहा कि मानवीय आधार पर मृतक परिजनों के समस्याओं को दृष्टिगत रखते हुए तत्काल दलित महिला प्रधान के जानमाल सुरक्षा उसके परिवार की आत्म रक्षा हेतु शस्त्र लाइसेंस एक सदस्य को नौकरी, भूमि हीन परिवार को लगभग 2 एकड़ कृषि भूमि के साथ 50 लाख का आर्थिक अनुदान व पूरे मामले की जांच सीबीआई से करा कर इस मामले के दोषी लोगों को तत्काल फांसी दी जाने की मांग हम सभी करते हैं गुप्तार वर्मा समुझ लाल धीमान ,राम कुमार, श्यामलाल, विद्यासागर, आलोक कुमार, सतनाम जेडी ,सी बी गौतम ,शिव कुमार एडवोकेट, प्रदीप यादव, दिलीप , शिवशंकर बहेलिया आदि लोग मौजूद रहे।