क्या कोई अधिकारी अपने दैनिक कर्मचारी को भी वर्दी पहना सकता हैं
1 min readरिपोर्ट-सन्दीप मिश्रा
रायबरेली- जी हाँ ऊपर जिस हैडिंग को पढ़ा है वो सही है। अब अधिकारीयों को सरकारी गाइड लाइन का भी पालन करना उचित नहीं लगता है तभी जिला वन अधिकारी ने अपने पास एक अतिरिक्त डाइवर रख लिया है जिसे उन्होंने वर्दी पहने का भी अधिकार दे दिया है। वर्दी की क्या कोई गरिमा नहीं बची।
जिला वन अधिकारी के कार्यालय में तैनात दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी प्रदीप कुमार वर्दी पहनते है और ताजु समान जो वर्दी के साथ उपलब्ध है जैसे बेल्ट, बिला और कंधे पर वन विभाग का सिम्बल लगाते हैं। इस संबंध में जब जिला वन अधिकारी तुलसीदास से बात करने का प्रयास किया तो उन्होंने बात करने से मना कर दिया।
तथाकथित वन विभाग के इस वर्दीधारी दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी से जब मीडियाकर्मी वन विभाग के कार्यालय पहुँचे तो ये महोदय इधर उधर भागने लगे और छिपने लगे। आखिर इस तरह पॉवर में आने के बाद अधिकारी अपने को नियम कानून से ऊपर क्यों मान लेते है। एक अवैध वर्दीधारी उनकी गाड़ी चलाए इसी भौकाल के लिए जिला वन अधिकारी ने दैनिक वेतन भोगी को वर्दी पहना दी।
पेड़ों की अवैध कटान और वृक्षारोपण के नाम पर खेल करने वाले वन अधिकारी की एक नई कार गुजारी देखने को मिली। आखिर इस कारनामे के लिए इनको दंड कौन देगा?