उप संभागीय परिवहन विभाग की मेहरबानी से खोजे नहीं मिलते हैं ट्रैक्टर के संग लगी ट्रालियों के नंबर
1 min readरिपोर्ट-सन्दीप मिश्रा
उत्तर प्रदेश । उप संभागीय परिवहन विभाग की मेहरबानी के चलते प्रदेश सरकार को लाखों का चुना केवल रायबरेली जनपद का विभाग लगा रहा है और उसका सबसे बड़ा कारण यह है कि विभाग में खेती के कार्य हेतु लिए गए ट्रैक्टरों की ट्राली बिना रजिस्ट्रेशन के ही सड़कों पर दौड़ रही हैं। जबकि नियमतः ट्रैक्टर के साथ साथ ट्राली का भी पंजीकरण विभाग द्वारा होना चाहिए। परंतु शहर से लेकर गांव तक चलने वाले ट्रैक्टर में तो नंबर यदा-कदा दिखाई दे जाते हैं लेकिन इन ट्रैक्टरों के साथ चल रही ट्राली में नंबर भूले से भी नहीं दिखाई देते हैं और आश्चर्यजनक बात यह है कि खेती किसानी के लिए खरीदे गए ट्रैक्टर आज सड़कों पर व्यवसायिक गाड़ियों में तब्दील हो चुके हैं । एक तरफ ट्राली का रजिस्ट्रेशन ना होना दूसरी तरफ कृषि कार्य के नाम पर लिए गए ट्रैक्टरों से व्यवसायिक कार्य लिया जाना सीधे-सीधे परिवहन विभाग के राजस्व को चूना लगाता है । परंतु भ्रष्टाचार में अपने आप को स्वर्ण पदक पाने का अधिकारी समझने वाला रायबरेली जनपद का उप संभागीय परिवहन विभाग इस कृत्य से अपने आप को पाक साफ बताता है। परंतु जिस तरह शहर में ट्रैक्टर और ट्राली से कार्य लिया जा रहा है उससे साफ जाहिर है कि बिना विभागीय मदद से इतनी बड़ी संख्या में ट्रैक्टर और ट्राली की आमद शहर में ना हो पाती और वह भी तब जब एक का पंजीकरण है जबकि दूसरा बिना पंजीकरण के ही बेधड़क सड़कों पर घूम रहा है । विभाग कि इस लापरवाह नीति के चलते ट्रैक्टर स्वामियों ने तालियों का पंजीकरण करवाना ही शायद बंद कर दिया है। जिसके चलते रायबरेली जनपद से ही सरकार को लाखों का नुकसान उठाना पड़ रहा है। लेकिन इसके जिम्मेदार मौन बैठे हुए हैं।