शहर के सर्वोदय नगर में एक इंजीनियर ने दहेज के लिए एक शादी को किया मना दूसरी पत्नी को दिया छोड़ अब तीसरे के साथ
1 min readरिपोर्ट-सन्दीप मिश्रा
उत्तर प्रदेश। दहेज और दहेज लोभी आज भी समाज में एक विक्षिप्त मानसिक बीमार के रूप में मौजूद हैं । जो सिक्कों और सोने की खनक के आगे सभी संबंधों को भुला देते हैं ।वह भूल जाते हैं कि जिस महिला रूपी लक्ष्मी को वह अपने घर पर लाए हैं असली दहेज वही लक्ष्मी है । परंतु 21वीं सदी में भी लोगों की मानसिकता आज भी जस की तस बनी हुई है । यही कारण है कि सभ्य समाज में भी बेटियां एक अभिशाप के रूप में समझी जाती हैं। कुछ ऐसा ही मामला रायबरेली जनपद में देखने को मिला। मिल एरिया थाना क्षेत्र के सर्वोदय नगर निवासी और केएफसीएल फैक्ट्री में इंजीनियर के पद पर कार्यरत सुरेंद्र सिंह ने पहले एक माननीय जज की पुत्री के साथ विवाह तय किया । परंतु दहेज कम मिलने के कारण ठीक विवाह के 1 दिन पूर्व विवाह करने से मना कर दिया । माननीय जज साहब ने तो अपनी पुत्री को जैसे-तैसे न्याय दिला दिया। परंतु दहेज लोभी इंजीनियर सुरेंद्र सिंह और उनके परिवार में इतना सब होने के बाद भी दहेज का लालच समाप्त नहीं हुआ। इंजीनियर सुरेंद्र के परिवार ने एक बार फिर शादी का कुचक्र रच डाला और 9 जुलाई 2008 को अमेठी के एच ए एल कॉलोनी में रहने वाली संगीता सिंह से विवाह किया । संगीता के पिता के अनुसार इस विवाह में कुल 30 से 35 लाख रुपए उनका खर्च हुआ था। जिसमें कि 9 लाख तो इंजीनियर को केवल उपहार स्वरूप में नगद दिया गया था साथ ही एक सैंटरो कार और लगभग तीन लाख का जेवर भी उपहार में दिया गया था । इतना सब होने के बाद भी दहेज लोभी इंजीनियर और उनके परिवार का पेट नहीं भरा मात्र 20 – 25 दिन मायके में रहने के दौरान ही संगीता के साथ दहेज को लेकर मारपीट और उत्पीड़न शुरू हो गया। इस दौरान संगीता गर्भवती भी हो गई परंतु इंजीनियर सुरेंद्र सिंह और उनके परिवार वालों की दहेज को लेकर लालसा कम नहीं हुई और उन्होंने संगीता को भी मारपीट कर घर से निकाल दिया और अपने मौसी के बेटे पप्पू सिंह के सहयोग से एक अन्य महिला रुचि से भी शादी कर ली। प्रीता संगीता का कहना है कि जब उसका किसी भी प्रकार का तलाक नहीं हुआ है तो किस तरह उसके पति ने दूसरी शादी कर ली। जबकि उसने इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक से लेकर संबंधित थाने में भी की थी। संगीता ने कहा कि उसे और उसके बेटे अनंत वीर विक्रम सिंह को उसका हक और अधिकार मिलना चाहिए इसको लेकर संगीता ने मानव अधिकार और महिला आयोग से भी शिकायत दर्ज कराई है। जिसमें कहा है कि उसके पति ने दूसरी शादी कर ली है जबकि अभी तक वह अपने पति सुरेंद्र सिंह की ही विवाहिता है। इसलिए इस शादी को अवैध मानकर समस्त लोगों पर इस कुचक्र को रचने का कसूरवार मानते हुए उन्हें कानूनन सजा भी दी जाए।