शहीद शैलेन्द्र प्रताप सिंह के पार्थिव शरीर को देख फूटी जनसैलाब के आँखों से आसुओ की धारा,बेटे ने किया वीर पिता को सैलूट
1 min readरिपोर्ट-सन्दीप मिश्रा
रायबरेली। जम्मू कश्मीर में वीरगति को प्राप्त हुए शैलेंद्र प्रताप सिंह एक ऐसी धरती में जन्मे जिसे वीरों की धरती कहा जाता है उसी वीरों की धरती से शैलेंद्र प्रताप सिंह ने देश की सेवा की ठानी और सीआरपीएफएम में शामिल हो गए। शैलेंद्र प्रताप कल जम्मू में आतंकवादियों से मोर्चा लेते हुए शहीद हो गए। आज उनका पार्थिक शरीर रायबरेली में उनके आवास पर पहुंचा तो वीर के दर्शन के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा।
वीरगति को प्राप्त शैलेंद्र प्रताप सिंह के पार्थिव शरीर के पास उनका एकलौता पुत्र जिसकी उम्र सिर्फ 7 साल है वह अपने पिता को सैल्यूट कर रहा उसकी आंखों में आंसू नहीं गर्व है जो साफ देखा जा सकता है। शैलेंद्र प्रताप सिंह रायबरेली कि उस धरती में जन्मे हैं। जिसे वीरों की धरती कहा जाता बैसवारा जहां पर राजा राणा बेनी माधव सिंह , वीरा पासी जैसे वीरों ने दुश्मनों से लड़ते हुए अपनी धरती का मान और सम्मान बचाया वहीं दूसरी ओर अंग्रेजों से मोर्चा लेने वाले राजा राम राव बक्स सिंह और राजा रघुराज सिंह ने उसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए दुश्मनों से जनता की रक्षा की।
आज वीरो में वीरगति को प्राप्त सीआरपीएफ के जवान शैलेंद्र प्रताप सिंह ने बैसवारे का नाम रोशन किया है इस वीर सपूत के दर्शन के लिए उमड़े जनसैलाब को देखकर या अंदाजा लगाया जा सकता है कि देश के सैनिकों के लिए जनता के मन में कितना सम्मान है ।