किसान अध्यादेश को वापस लेने के लिए युवा कांग्रेस ने एसडीएम के माध्यम से सौंपा राज्यपाल को ज्ञापन
1 min readरिपोर्ट-संदीप मिश्रा
युवा कांग्रेस के जिला महासचिव सुमित यादव के नेतृत्व में लालगंज तहसील में उपजिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन। सुमित यादव ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा सत्ता में आसीन केंद्र की भारतीय जनता पार्टी की सरकार किसानों के साथ धोखा कर रही है। मोदी सरकार द्वारा गठित किसान अध्यादेश को वापस किए जाने को लेकर ज्ञापन सौंपा। सुमित यादव ने कहां जब से केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार किसानों को बर्बाद करने में लगी है। किसानों को आत्म हत्या करना पड़ रहा है सरकार के गलत फैसले किसानों को भारी नुक़सान उठाना पड़ रहा है। सुमित यादव बताया.APMC.को खतम करने से कृषि उपज खरीदा व्यवस्था समाप्त हो जाएगी।ऐसे में किसानों को ना तो न्यूनतम समर्थन मूल्य मिलेगा और ना ही बाजार के हिसाब से फसल की कीमत सीधा कर किसानों की आय पर पड़ेगा। 2. मोदी सरकार का दावा किसानों को अपनी फसल को देश में कहीं भी दे सकते हैं जो सफेद झूठ है। परंतु वास्तविक सत्य है कि 2015 2016. के मुताबिकदेश का 86% किसान 5 एकड़ से कम का मालिक है और अवशत मिल्कियत 2. एकड़ है जिसमें 86% किसान अपनी फसल को मंडी के अलावा ट्रांसफर कर नहीं ले जा सकेगा। और ना ही बेच सकेगा नुकसान किसानों पर पड़ेगा। समाप्त हो जाएंगी के समाप्त होते ही लाखों-करोड़ों मजदूर अढतिया,मुनीम, ट्रांसपोर्टर सेलर आज की रोजी-रोटी अपने आप समाप्त हो जाएगी। मंडी में किसानों को स्पर्धात्मक मूल्य मिलता था। लेकिन कुछ गिनी चुनी फार्म जब अनाज मनमाने ढंग से खरीदेगी जिसका सीधा असर किसानों पर होगा। सुमित यादव ने कहा सरकार अपनी मनमानी करके किसानों को बर्बाद करना चाहिए। एक बार भी आप लोगों के साथ और लागू कर दिया। यह किसानों के साथ धोखा और अन्याय इसको कभी देश का किसान माफ नहीं करेगा। पहले से ही साथ में किसानों के खिलाफ अध्यादेश लेकर सरकार पूंजीपतियों को बढ़ावा दे रही है। इस काले कानून बिल को अगर वापस नहीं लिया गया तो युवा कांग्रेस पूरे जिले में आंदोलन को बाध्य होगी।इस मौके पर जिला महासचिव सुमित यादव जिला सोशल मीडिया प्रभारी भास्कर मिश्रा,युवा नगर अध्यक्ष अल्सफ खान,ब्लॉक महामंत्री विवेक गुप्ता, ब्लांक उपाध्यक्ष प्रशांत सिंह शिवांक सिंह अभिषेक, सुहैल,अजमत अंकित गुप्ता सहित तमाम युवा कांग्रेस के साथी मौजूद रहे।