असली परीक्षा तो अब हैं ,जी हा आज आईपीएस अजय कुमार द्वारा इस लेख को पढ़े व समझे
1 min readविनय तिवारी की रिपोर्ट,
असली परीक्षा तो अब हैं—
जी हा हाई स्कूल ,,इंटरमीडियट…हो या सिविल की परीक्षाएं या तैयारी।साथ परीक्षा बीतने पर असली परीक्षा होती क्या है-?
इस पर आईपीएस अजय कुमार जी द्वारा लिखा ये लेख—
बहुतो के लिये परीक्षा की घड़ी अब शुरू होती हैं । यह परीक्षा उनके …
—धैर्य की,
–सहनशीलता की,
—आत्मविस्वास की,
ऐसा लिखने कहने की जरूरत इसलिये पड़ी की इसकी जरूरत खास तौर पर उन युवकों या युक्तियों के कोई जादे हैं जो-
–परीक्षा में किन्ही कारणों से असफल हो गये हैं
और सफल हुआ तो अंक कम प्राप्त किये हैं या
-जितनी उनकी या उनके घर वालों को उम्मीद थी उन अंको ,परसेंट तक नही पहुँच सके।
मेरी ऐसे तमाम छात्र -छात्राओं और उनके माता -पिता से अपील की भावुक्तता में कभी न बहे।
सफलता-असफलता ,ये सभी चीजें जीवन व मृत्यु की तरह ऑल्ट सत्य हैं। इस दुनिया मे ऐसा कोई भी नही हुआ कि हमेशा जीतता ही रहा हो,सदैव विजयी ही रह हो। हर कोई,,,,,दोबारा कहूँगा,,हर कोई कभी न कभी या कई कई बार हारता हैं तब जाकर उसकी जीत मुकम्मल होती हैं।
यही सच हैं।इसलिए हर हार से सीखते हुए एक नये ऊर्जा नये सुबह के साथ अपने को ताकतवर बनाते हुए उस मुकाम तक पहुँचे।
मंजिल आपके पास होगी।