उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जनपद के निचलौल कस्बे के प्रतिष्ठित, समाजसेवी,प्रतिभा के धनी विनीत गुप्ता ने रक्षाबंधन पर्व पर अपने विचार व्यक्त करते हुए देशवासियों को रक्षाबंधन पर्व की शुभकामनाएं दीं।
1 min readसम्पादकीय कार्यालय की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जनपद के निचलौल कस्बे के प्रतिष्ठित, समाजसेवी,प्रतिभा के धनी विनीत गुप्ता ने रक्षाबंधन पर्व पर अपने विचार व्यक्त करते हुए देशवासियों को रक्षाबंधन पर्व की शुभकामनाएं दीं।उन्होंने कहा,”यह त्योहार भाई बहन के अटूट प्रेम का त्योहार माना जाता है।”त्योहार के महत्व को बताते हुए विनीत गुप्ता ने कहा-यह पर्व प्रति वर्ष श्रावण माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह त्योहार भाई-बहन को स्नेह की डोर में बांधता है। इस दिन बहन अपने भाई के मस्तक पर टीका लगाकर रक्षा का बन्धन बांधती है, जिसे राखी कहते हैं। एक हिन्दू व जैन त्योहार है जो प्रतिवर्ष श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। श्रावण (सावन) में मनाये जाने के कारण इसे श्रावणी (सावनी) या सलूनो भी कहते हैं। रक्षाबन्धन में राखी या रक्षासूत्र का सबसे अधिक महत्त्व है। राखी कच्चे सूत जैसे सस्ती वस्तु से लेकर रंगीन कलावे, रेशमी धागे, तथा सोने या चाँदी जैसी मँहगी वस्तु तक की हो सकती है। रक्षाबंधन भाई बहन के रिश्ते का प्रसिद्ध त्योहार है, रक्षा का मतलब सुरक्षा और बंधन का मतलब बाध्य है। रक्षाबंधन के दिन बहने भगवान से अपने भाईयों की तरक्की के लिए भगवान से प्रार्थना करती है। राखी सामान्यतः बहनें भाई को ही बाँधती हैं परन्तु ब्राह्मणों, गुरुओं और परिवार में छोटी लड़कियों द्वारा सम्मानित सम्बंधियों (जैसे पुत्री द्वारा पिता को) भी बाँधी जाती है। कभी-कभी सार्वजनिक रूप से किसी नेता या प्रतिष्ठित व्यक्ति को भी राखी बाँधी जाती है। रक्षाबंधन के दिन बाजार मे कई सारे उपहार बिकते है, उपहार और नए कपड़े खरीदने के लिए बाज़ार मे लोगों की सुबह से शाम तक भीड होती है। घर मे मेहमानों का आना जाना रहता है। रक्षाबंधन के दिन भाई अपने बहन को राखी के बदले कुछ उपहार देते है। रक्षाबंधन एक ऐसा त्योहार है जो भाई बहन के प्यार को और मजबूत बनाता है, इस त्योहार के दिन सभी परिवार एक हो जाते है और राखी, उपहार और मिठाई देकर अपना प्यार साझा करते है ।