दहेज लोगों के आतंक से परेशान ममता ने ससुराल जाने से किया इंकार,पहुंची पुलिस अधीक्षक के दरबार
1 min readसुषमा मिश्रा
ब्यूरो
रायबरेली । कहते हैं कि बेटियां घर की लक्ष्मी होती हैं और उनसे ही घर की रौनक होती है। यहां तक कि सृष्टि के निर्माण में भी सबसे ज्यादा नारी को ही सम्मान दिया गया है । लेकिन आज भी तमाम ऐसे दहेज लोभी राक्षस प्रवृत्ति के लोग हैं जिन्हें चंद सिक्कों की खनक के आगे इन सभी सम्मान की कोई कीमत नहीं समझ में आती है । एक महिला का जब ससुराल वालों ने उत्पीड़न किया और पति ने भी पीटा तो उस बिटिया का 4 माह का गर्भ खराब हो गया ।रो रो के एसपी रायबरेली ऑफिस में अपनी आप बीती बताने आई ममता का विवाह प्रतापगढ़ जिले के लालगंज आझारा के पास हुआ था। पति सहित ससुराल वालों के उत्पीड़न से परेशान ममता अब ससुराल वापस नहीं जाना चाहती नसीराबाद की रहने वाली ममता का विवाह 2 साल पहले हुआ था। पिता के अनुसार उसने दहेज में सभी जरूरी वस्तुएं दी थी लेकिन उन लोगों की मांग बढ़ती जा रही है। आज एक तरफ हम विश्व की अर्थव्यवस्था में विश्व गुरु बनने का सपना देख रहे हैं दूसरी ओर घरों में ही महिलाओं का इस कदर अपमान । यही है महिलाओं का सशक्तीकरण आज हर आदमी के मन में यह सवाल कौंध रहा है।