रिश्वत लेते रंगे हाथो गिरफ्तार हुआ यूपी पुलिस का दरोगा, सामने आया असली चेहरा
1 min readकानपुर। आगरा और कानपुर की एंटी करप्शन टीम ने मंगलवार को एक चौकी इंचार्ज को रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोच लिया। चौकी इंचार्ज ने विवेचना के दौरान दर्ज मुकदमा 125/2019 अंतर्गत धारा 323/504/506/452 भा.द.वि. के मुकदमे से धारा 452 भा.द.वि. हटाने के लिए आठ हजार रुपये में सौदा किया था। पीडि़त की शिकायत पर टीम ने ट्रैप लगाया और रुपये दिये जाने पर दारोगा को पकड़ लिया। दारोगा के पकड़े जाने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप का माहौल बन गया है।
क्या था मामला ?
डेरापुर थाना क्षेत्र के अगवासी गांव में पिछले दिनों रोहित कुमार व अमृत सिंह के बीच विवाद हो गया था। रोहित कुमार ने 30 मई को अमृत आदि पर घर में घुसकर मारपीट करने व धमकाने का मुकदमा थाने में दर्ज कराया था। थाने से मामले की विवेचना चौकी स्थानांतरित की गई थी। इसपर चौकी इंचार्ज विवेचना कर रहे थे। आरोप है कि चौकी इंचार्ज ने मुकदमे में दौरान विवेचना धारा हटाने के लिए दस हजार रुपये रिश्वत मांगी थी। पीडि़त के मिन्नत करने पर मामला आठ हजार रुपये तय कर लिया था।
कैसे मिली एंटी करप्शन टीम को सफलता
चौकी इंचार्ज द्वारा रिश्वत मांगने की शिकायत पीडि़त अमृत ने एंटी करप्शन टीम से की। कानपुर एंटी करप्शन के इंस्पेक्टर शंभुनाथ तिवारी, मुनीषा भदौरिया, मुख्य आरक्षी मधु श्रीवास्तव व अभिषेक त्रिपाठी तथा आगरा एंटी करप्शन के इंस्पेक्टर आरपी सिंह, महेश सिंह व हेड कांस्टेबल बहादुर सिंह ने ट्रैप लगाया। टीम ने मंगलवार दोपहर रणनीति के तहत अमृत को पाउडर लगे दो-दो हजार रुपये के चार नोट यानी आठ हजार रुपये देकर भेजा। एंटी करप्शन टीम चौकी के बाहर मौजूद रही। अमृत ने जैसे ही चौकी इंचार्ज को रुपये दिए तो एंटी करप्शन टीम ने उन्हें रंगे हाथ दबोच लिया।
यूपी पुलिस महकमे में मचा हड़कंप
कांधी चौकी इंचार्ज जितेंद्र सिंह को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े जाने पर पुलिस कर्मियों में हड़कंप मच गया। एंटी करप्शन टीम उन्हें सीधे अकबरपुर कोतवाली ले गई। इंस्पेक्टर एंटी करप्शन कानपुर शंभुनाथ ने बताया कि रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े गए कांधी चौकी इंचार्ज जितेंद्र सिंह पर भ्रष्टाचार अधिनियम का मुकदमा दर्ज कराया गया और आज बुधवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया जहां से घूसखोर चौकी इन्चार्ज को न्यायिक हिरासत जेल भेज दिया गया।