डलमऊ शरद माह की पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने पतित पावनी मां गंगा की गोद में लगाई आस्था की डुबकी
1 min readरिपोर्ट-सन्दीप मिश्रा
रायबरेली। डलमऊ शरद माह की पूर्णिमा के शुभ अवसर पर दूरदराज से आए श्रद्धालुओं ने कस्बे के विभिन्न घाटों पर पतित पावनी मां गंगा की गोद में आस्था की डुबकी लगा कर मन्नतें मांगी। इसके पश्चात देवी-देवताओं के मंदिरों में पहुंचकर पूजा अर्चना की तथा अपने तीर्थ पुरोहितों को दान दक्षिणा देकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। शनिवार को शरद माह की पूर्णिमा के शुभ अवसर पर गंगा नदी में स्नान करने के लिए जनपद समेत विभिन्न स्थानों एवं क्षेत्रों से श्रद्धालु डलमऊ गंगा तट पर एक दिन पहले ही पहुंचकर घाटों पर अपना जमावड़ा कर लिया था। रात्रि के समय स्नान घाटों पर श्रद्धालुओं ने ढोल और मजीरो की धुन में भक्ति गीत गाए। प्रातः काल करीब चार बजे से श्रद्धालुओं ने गंगा नदी में स्नान करना प्रारंभ कर दिया था ।श्रद्धालुओं ने पतित पावनी मां गंगा नदी में स्नान करने के पश्चात स्नान घाटों के पास स्थित देवी-देवताओं के मंदिरों में पूजा अर्चना की इसके बाद अपने-अपने तीर्थ पुरोहितों को दान दक्षिणा देकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। कस्बे के पथवारी घाट, संकट मोचन घाट ,सड़क घाट ,रानी जी का शिवाला घाट ,वीआईपी घाट, छोटा मठ घाट , महावीर घाट सहित विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओं की हजारों की संख्या में भीड़ लगी रही।
घाटों पर हुई जमकर हवन पूजन एवं व्रत कथा
शरद माह की पूर्णिमा श्री सत्यनारायण कथा एवं रामचरित मानस का अखंड पाठ आयोजित करने से मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है । यह परंपरा कई वर्षों से चली आ रही है शरद माह की पूर्णिमा के शुभ अवसर पर हजारों की संख्या में स्नान करने पर श्रद्धालुओं ने गंगा नदी में स्नान कर शांतिपूर्वक भगवान श्री सत्यनारायण व्रत कथा एवं रामचरित मानस का अखंड पाठ का आयोजन किया गया। जिस के समापन के पश्चात तीर्थ पुरोहितों ने अपने अपने यजमान उसे हवन पूजन की आहुतियां दिलवाई।