शौच को निकले युवक क़ी हत्या कर खून से सनी लाश मिलने से मचा हड़कंप
1 min readरिपोर्ट-सन्दीप मिश्रा
रायबरेली। महराजगंज में शौच को निकले युवक क़ी हत्या कर खून से सनी लाश मिलने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। घटना स्थल पर पहुंच एडिशनल एसपी, सीओ एवं कोतवाली पुलिस द्वारा मौके का जाएजा लिया गया।
बताते चले क़ी कोतवाली क्षेत्र के नरई मजरे बावन बुजुर्ग बल्ला गांव में शुक्रवार क़ी देर रात घर से शौच को निकले मोनू (16वर्ष) पुत्र हीरालाल क़े घर वापस ना आने पर परिजनो द्वारा काफी देर युवक क़ी खोजबीन क़ी गयी। जिस पर गांव से 200 मीटर दूर रोड क़े किनारे युवक का शव खून से लतपथ मिलने से परिजनो सहित ग्रामीणों में हड़कम्प मच गया। रात्रि मे परिजनों की सूचना पर मौके पर पहुँचे एडिशनल एस पी विश्वजीत, क्षेत्राधिकारी राघवेंद्र चतुर्वेदी, कोतवाली प्रभारी श्री राम द्वारा घटना स्थल का जायजा लिया गया और शव को कब्जे मे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र महराजगंज लाया गया। मामले में परिजनो ने पुलिस को बताया क़ी मोनू पासी मोटर साइकिल की दुकान पर मैकेनिक का काम करता है। दुकान से घर आने के बाद शुक्रवार क़ी रात्रि करीब 8 बजे गांव क़े ही संदीप के साथ घर से 200 मीटर दूर शौच के लिए गया था। काफी देर हो जाने के बाद मोनू के घर न लौटने पर परिजन ने खोजबीन शुरू कर दी। काफी खोजबीन के बाद हत्या कर खून से लथपथ युवक का शव गाँव से मिला। प्रकरण में सीओ राघवेंद्र चतुर्वेदी ने बताया क़ी शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम क़े लिए भेजा गया है, परिजनो क़ी तरफ से अभी तहरीर नही प्राप्त हुई है, तीन चार संदिग्धों को पकड़ पूछताछ क़ी जा रही।
उधर शनिवार क़ी सुबह घटना की सूचना पर परिजनो को सांत्वना देने पहुचे कांग्रेस प्रदेश सचिव सुशील पासी द्वारा शासन प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के गेट पर ही समर्थको के साथ धरने पर बैठ गए। कांग्रेसी नेता क़े धरने पर बैठने एवं सरकार विरोधी नारेबाजी करने से प्रशासन क़े हाथ पाव फूल गए। जिस पर देखते ही देखते कई थानों की फोर्स सीएचसी पर तैनात हो गयी। आक्रोशित सुशील पासी ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा क़ी दलित गरीब क़े बेटे क़ी हत्या हो गयी और डीएम एसपी ने परिजनो को ढाढस तक बधाना तक जरूरी नही समझा। जिससें योगी सरकार क़ी गरीब विरोधी नीति का पालन नौकरशाह अमले द्वारा होता देखा जा रहा। प्रकरण में कांग्रेसी नेता सुशील पासी द्वारा बेगुनाहों को फंसाने क़े बजाए असली हत्यारो को कड़ी सजा, परिजनो को 50 लाख क़ी आर्थिक एवं एक सदस्य को सरकारी नौकरी क़ी मदद तथा घटना स्थल क़ी फारेन्सिक जांच क़ी मांग प्रशासन से क़ी गयी। हालांकि उपजिलाधिकारी विनय कुमार मिश्रा, क्षेत्राधिकारी राघवेंद्र चतुर्वेदी एवं प्रभारी निरीक्षक श्रीराम के काफी समझाने के बाद मामला शांत हुआ। इस दौरान एसडीएम विनय कुमार मिश्रा ने शासन स्तर से परिजनो को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।