क्लोरीन गैस रिसाव से तीन लोग बेहोश , दो दर्जन से अधिक लोगों को सांस लेने में हो रही तकलीफ कार्यवाही हेतु जिलाधिकारी से मांग
1 min readरिपोर्ट-सन्दीप मिश्रा
रायबरेली । सेन्ट्रल बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष पूर्व डीजीसी ओ.पी. यादव ने कैनाल रोड पर स्थित जल-कल विभाग की लापरवाही के कारण हुई क्लोरीन गैस के रिसाव से हुई दुर्घटना के लिए जल-कल अभियन्ता पर हत्या के प्रयास का मुकदमा कायम करके अभियन्ता को गिरिफ्तार कर जेल भेजा जाये। अभियन्ता व उनके अधीनस्थ कर्मचारियों की लापरवाही के चलते दो दर्जन से अधिक लोगों की जान जाने से बची। जल-कल विभाग में क्लोरीन गैस के निष्प्रयोज्य सिलेन्डरों को निष्प्रभावी किया जाना था। जल-कल विभाग में एैसी गैस की कोई आवश्यकता वर्तमान समय में नहीं थी, लेकिन विभागीय लापरवाही के चलतेइन सिलेन्डरों को कबाड़ में फेंक दिया गया। इस लापरवाही का परिणाम यह हुआ कि क्लोरीन गैस के रिसाव के कारण आनन्द नगर के तीन लोग बेहोश हो गये और दो दर्जन से अधिक लोगों को अभी भी सांस लेने में तकलीफ हो रही है। इस गैस के प्रभाव के कारण उनकी शारीरिक क्षमता का ह्रास व नयी बीमारी का जन्म हो गया है, जिससे उनके व्यवसाय में असर पड़ रहा है। इसका सबसे अधिक प्रभाव पी.एल. पाल वरिष्ठ अधिवक्ता के परिवार के सदस्यों पर पड़ा है। जहाँ आज उनके आवास पर शुभचिंतकों द्वारा कुशल क्षेम जानने के लिए आने-जाने वाले लोगों का तांता लगा रहा। यह दुर्घटना कहीं दो घंटे बाद हुई होती तो उस भयावह स्थिति का अन्दाजा नहीं लगाया जा सकता है। इस घटना के लिए जल कल विभाग के साथ-साथ नगर पालिका परिषद भी कम जिम्मेदार नहीं है। जो एैसी लापरवाहियों का अनदेखा करती है। नगर पालिका परिषद भी अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकती है। श्री यादव ने जिलाधिकारी से मांग की है कि जलकल विभाग के अभियन्ता पर मुकदमा लिखवाकर उनकी गिरिफ्तारी सुनिश्चित कराये।