14 सितम्बर को प्रांतीय आवाहन पर युवा प्रकोष्ठों के ज्ञापन पर नोटिस, सिटी मजिस्ट्रेट भाजपा कार्यकर्ता के रूप में कर रहे काम:ओ०पी० यादव
1 min readरिपोर्ट-सन्दीप मिश्रा
रायबरेली । सेन्ट्रल बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष पूर्व डीजीसी (फौ) एवं प्रान्तीय सपा नेता ओ.पी. यादव ने नगर मजिस्ट्रेट युगराज सिंह द्वारा युवा प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों को भेजी गयी नोटिस संख्या-702/एसटी-न.मजि./2020 दिनांकित 15 सितम्बर 2020 पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि नगर मजिस्ट्रेट युगराज सिंह भाजपा कार्यकर्ता के रूप में कार्य कर रहे हैं। नोटिस में जिस सीआरपीसी की धारा-144, कोरोना/कोविड-19 की गाइड लाइन, आपदा प्रबन्धन अधिनियम-2005 की धारा-51 से 60 तथा भादवि की धारा-188 एवं उत्तर प्रदेश आपदा प्रबन्धन अधिनियम-2020 की सुसंगत धाराओं में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज किये जाने का हवाला दिया गया है। यह कोरोना/कोविड-19 व धारा-144 की परिस्थितियाँ उस समय भी थीं, जब नवागन्तुक जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने जिले का कार्यभार सम्भाला। प्रतिदिन सैकड़ों की भीड़ बिना किसी अनुमति बगैर किसी सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन किए तब तक जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव का स्वागत करती रही जब तक वे कोरोना पाजटिव नहीं हो गये। उस समय सोशल मीडिया व समाचार-पत्रों की सुर्खियों में डी.एम. का स्वागत ही दिखायी पड़ता था, लेकिन सिटी मजिस्ट्रेट ने किसी के विरूद्ध कोई नोटिस नहीं भेजी। 14 सितम्बर 2020 को समाजवादी पार्टी के प्रान्तीय आवाहन पर जन समस्याओं से सम्बन्धित मांग-पत्र देने पर नोटिस भेजा यह साबित करता है कि सरकार विपक्ष की आवाज को मुकदमों का भय दिखाकर दबाना चाहती है। नगर मजिस्ट्रेट अपने पद के दायित्व का निर्वहन न कर भाजपा कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे हैं। श्री यादव ने कहा कि सिटी मजिस्ट्रेट को भाजपा से बड़ा लगाव है तो नौकरी से त्याग-पत्र देकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर लें। यदि युवा सपाइयों पर मुकदमा कायम किया गया तो समाजवादी पार्टी आन्दोलन करने को बाध्य होगी, जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।