रायबरेली के जोहवाशर्की लेखपाल के चलते बुजुर्ग महिला कच्चे मकान में रहने के लिए मजबूर
1 min readरिपोर्ट-सन्दीप मिश्रा
रायबरेली। जी हां प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सरकार का यह सपना है कि कोई भी गरीब आदमी कच्चे मकान में ना रहे। लेकिन सरकार के लोगों को यह नहीं पता कि आम जनता के बीच में लेखपाल की भूमिका किसी दरोगा से कम नहीं होती । खुद को भगवान की तरह पूजा करवाने की इच्छा रखने वाले लेखपाल गरीब महिला का मकान नहीं बनने दे रहे।
महिला का आरोप है कि उसकी सरकारी कॉलोनी भी पास हुई थी लेकिन प्रधान और लेखपाल ने उसे रुकवा दिया । महिला का यह आरोप है कि उसने जब अपने कच्चे मकान को सबसे उधार पैसे लेकर बनवाना चाहा तो स्लेप पढ़ने के दौरान लेखपाल ने उसे रुकवा दिया और दबंगई करते हुए उसे जेसीबी से खुद गिराने की धमकी दी।आखिर जिस जमीन पर महिला 70 साल से रह रही है वह जमीन पर मकान क्यों नहीं बनवा सकती है । क्या सिर्फ जमीदारों और पूंजी पतियों के मकान बन सकते हैं और उन्हें कोई रोकता भी नहीं। लेखपाल पूंजीपतियों और भू माफियाओं पर भी अपनी यही सख्ती दिखाते तो आज जिले की दशा और दिशा कुछ और ही होती ।