गम्भीर तीव्र कुपोषित बच्चों की पहचान व उपचार के साथ ही बच्चों किशोरियों एवं महिलाओं में पोषण के स्तर को है बढाना : डीएम
1 min readरिपोर्ट-सन्दीप मिश्रा
रायबरेली । जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने अधिकारियों को निर्देश दिये है कि 30 सितम्बर तक चलने वाले राष्ट्रीय पोषण माह में कोविड-19 कोरोना संक्रमण से बचाव व रोकथाम का ध्यान रखते हुए शासन के निर्देशों के अनुरूप चलाया जाये। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, बीएसए, डीपीआरओ को निर्देश दिये है कि भारत सरकार के राष्ट्रीय विकास एजेण्डा में पोषण को केन्द्र में लाने के लिए पोषण अभियान की शुरूआत है इसे जन सहभागिता के माध्यम से जन-आन्दोलन का प्रयास किया जाये। अभियान के तहत सैम बच्चों को चिन्हांकन एवं अनुश्रवण, वृक्षारोपण अभियान, पोषण विषय पर आॅनलाइन प्रतियोगिताए, डिजिटल पोषण पंचायत, समुदाय स्तर पर जन-सहभागिता आदि कार्यो को आपस में अपेक्षित दूरी, हाथ धोने, सेनेटाइजेशन आदि कार्यवाही जरूरी है।
जिलाधिकारी ने कहा कि पोषण माह में कुपोषण के प्रति लोगों को जागरूक कर कुपोषण में कमी लानी है। अभियान के तहत बच्चों व महिलाओं में कुपोषण, स्तनपान को बढ़ावा देना, शिशु की उच्चस्तरीय देखभाल के साथ ही गंभीर तीव्र कुपोषित सेम बच्चों की प्रारम्भिक पहचान कर प्रारम्भिक उपचार के माध्यम से पोषित कराना है। उन्होंने निर्देश दिये है कि गम्भीर तीव्र कुपोषित बच्चों की पहचान व उपचार के साथ ही बच्चों किशोरियों एवं महिलाओं में पोषण के स्तर को बढाना है। पोषण अभियान के प्रभावी कार्यान्वयन के जिला जन-आन्दोलन और सामुदायिक प्रोतोसाहन आवश्यक है।